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Showing posts from September, 2022

राशियों के मात्रक क्या होते है ( what is Quantity and its Unit )

 राशियों के मात्रक क्या होते है ( what is Quantity and its Unit ) राशियों को व्यक्त करने के लिए जिस संख्या का प्रयोग किया जाता है ,   उसे उस राशि का मात्रक कहा जाता है।  राशियों के मात्रक कुछ महत्वपूर्ण मात्रक है                       संवेग ( momentum )                             =                  किग्रा मीटर प्रति सेकण्ड           kg-m/s                     आवेग ( Impulse )                                  =                 न्यूटन सेकण्ड                            N-s             ...

एप्लाइड यांत्रिकी क्या होता है ? (What is applied Mechanics)

          👉    एप्लाइड यांत्रिकी क्या होता है  ? (What is applied Mechanics) यह इंजीनियरिंग की एक महत्वपूर्ण शाखा है | जिसके द्वारा इंजीनियरिंग के क्षेत्र  में विभिन्न वस्तुओं से संबंधित अज्ञात बलो को एवं यांत्रिकी की समस्याओं को हल किया जाता है 

बलो के स्थानांतरणशीलता का सिद्धांत ( Principal of Transmissiobility of force)

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                                                  बलो के स्थानांतरणशीलता का सिद्धांत ( Principal of Transmissiobility of force) -      इस सिद्धान्त के अनुसार - " किसी ढृढ़ पिण्ड या किसी वस्तु के किसी बिन्दु  पर यदि कोई बल  क्रिया करता है तो इस बल को उसकी क्रिया -रेखा के किसी अन्य बिन्दु पर भी क्रिया करता हुआ माना जा सकता है। "     जबकि वह बिन्दु पिण्ड के साथ ढृढ़तापूर्वक जुड़ा हो।           चित्र में पिण्ड के गुरुत्व केंद्र G पर बल F कार्य कर रहा है   जिसकी क्रिया - रेखा  G C है।              बिन्दु  G और C पर अन्य बिन्दु A और B पिण्ड जो के अंदर है अर्थात दृढ़ता पूर्वक जुड़ा है।               अतः बल F को बिन्दु G के स्थान पर अन्य  इन बिन्दुओ A और B पर भी कार्य करता हुआ माना जा सकता  ...

बलो की भौतिक स्वतंत्रता का सिद्धान्त (principal of Physical independence of forces)

बलो की भौतिक स्वतंत्रता का सिद्धान्त (principal of Physical independence of forces) -                        इस सिद्धांत के अनुसार -   " जब किसी पिण्ड (body) पर एक साथ अनेक बल कार्य करते है तो  इनमे से प्रत्येक बल पिण्ड पर अपना प्रभाव (effect) स्वतंत्र रूप से इस प्रकार  लगाते है की अन्य बल पिण्ड  पर न लगे     अर्थात प्रत्येक बल का पिण्ड पर प्रभाव , अन्य बलो पर आश्रित (Depend) नहीं होता है। , चाहे बल किसी भी माध्यम  ( जैसे - रस्सी , चैन ,या छड़ ) द्वारा लगे है अथवा बिना  भौतिक माध्यम ( जैसे - चुम्बकों द्वारा आकर्षण या प्रतिकर्षण बल द्वारा उत्पन्न कराना या पृथ्वी का आकर्षण ) द्वारा  लगा हो। 

System Of Units ( इकाइयो की प्रणालियाँ )

 System Of Units ( इकाइयो की प्रणालियाँ ) -   ये मुख्य रूप से  चार प्रकार की होती है -  a . फुट  - पाउण्ड  -सेकण्ड (F. P. D)  system या ब्रिटिश system   - इस प्रणली में लम्बाई, द्रव्यमान तथा समय की इकाइयो के (यानि मात्रको को ) मानो को एक फुट ,  एक पाउण्ड , तथा एक सेकण्ड में मापते है |  b . सेंटीमीटर - ग्राम - सेकण्ड (C. G. S) system - लम्बाई , द्रव्यमान (मात्रा ) तथा समय की इकाइयो के मान को 1 सेंटीमीटर , 1  ग्राम , 1 सेकण्ड में मापते है |  c . मीटरी प्रणाली या M.K.S system  -     इसके अंतर्गत लम्बाई , द्रव्यमान , तथा सेकण्ड की इकाइयो के मानो को 1 मीटर  ,1 किलोग्राम  , 1 सेकण्ड में मापते है | d d  . अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली या S. I system - इस प्रणाली को सिस्टम का परम इकाई  माना जाता है। यह प्रणाली वास्तव में  मीटर , किलोग्राम तथा सेकण्ड पर आधारित है।          S.I प्रणाली पर संसार के सभी विषयो तथा टेक्नोलॉजी से सम्बंधित इकाइया उपलब्ध है ...

Difference Between Mass and weight( द्रब्यमान और भार में अंतर )

Difference Between Mass and weight   (  द्रब्यमान और भार में अंतर ) Mass (द्रब्यमान ) -   किसी भी वस्तु में - द्रब्य या पदार्थ के परिमाण की वास्तविक मात्रा ( Quantity of Magnitude of matter) को उस वस्तु को द्रव्यमान (Mass) कहते है |        हिंट्स  - इसका मान हर जगह बराबर रहता है - कोई भी स्थान हो - चन्द्रमा, मंगल ,पृथ्वी  इसका मतलब यह है की अगर कोई भी वस्तु अगर पृथ्वी पर 100 kg की है तो अन्य ग्रह पर भी वह 100 kg की ही होगी।                    इसको किलोग्राम में मापते है।         Weight (भार )  - किसी भी body या वास्तु का भार वह बल है जिसको पृथ्वी अपनी गुरुत्वाकर्षण बल से अपनी तरफ खींचती है।                     हिंट्स - इसका मान परिवर्तन होता रहता है  जैस - किसी वस्तु का भार पृथ्वी की मामले में चन्द्रमा पर 1 /6  हो जाता है।   अर्थात किसी वस्तु का द्रव्यमान पृथ्वी पर 100 Kg है तो चन्द्रमा ...

Types Of Mechanics

                                                                      यांत्रिकी के प्रकार )(t hese are two types)      👉  ये दो प्रकार के होते है -                         1st.. - स्थिति विज्ञान ( Statics )                                                                                    2...   - गति विज्ञान   ( Dynamics)       👉 गति विज्ञान भी two types   के होते हैं     1 ..    - शुद्ध गतिविज्ञान ( Kinematics )          ...

applied mechanics

एप्लाइड मैकेनिक्स ( यान्त्रिकी )-   विज्ञान की उस शाखा को यांत्रिकी (Mechanics ) कहते है जिसके अंतर्गत बलो के ब्यवहार ( Behaviour Of Forces ) तथा किसी वस्तु पर उनके प्रभाव का अध्ययन किया जाता है |                                                                                                                                                                              यांत्रिकी के बारे में ज्ञान इंजीनियरिंग की विभिन्न शाखाओं के अध्ययन के  लिए परम आवश्यक है |